झारखंड : वन भूमि घोटाले को लेकर ईडी की बड़ कार्रवाई, झारखंड-बिहार में 15 ठिकानों पर छापेमारी

झारखंड। में एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की बड़ कार्रवाई सामने आई है। मंगलवार सुबह ईडी की टीम ने बोकारो और रांची समेत झारखंड के कई हिस्सों और बिहार में एक साथ 15 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई बोकारो जिले में सामने आए वन भूमि घोटाले के सिलसिले में की गई है, जिसमें भू-माफिया और सरकारी अफसरों की मिलीभगत से करीब 100 एकड़ की सरकारी जमीन एक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपे जाने का मामला सामने आया है।
ईडी की टीम ने सबसे पहले बोकारो वन विभाग के दफ्तर, सीओ कार्यालय और रांची के लालपुर स्थित हरिओम टावर, कांके, हटिया और बोकारो के रितुडीह, सेक्टर 3, उकरीद जैसे इलाकों में छापा मारा। इस दौरान रैयत इजहार हुसैन और अख्तर हुसैन के आवास पर भी ईडी का छापा पड़ा। रांची में कार्रवाई मुख्यतः एक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्यालयों और उससे जुड़े लोगों के घरों पर केंद्रित रही, जहां दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है और संबंधित लोगों से पूछताछ भी जारी है।
ईडी को शक है कि साल 2013 में बोकारो के चास थाना क्षेत्र के अंतर्गत वन विभाग की जमीन को ‘पुरानी परती भूमि’ के तौर पर गलत तरीके से दर्ज कर दिया गया था। इसके बाद वर्ष 2022 में यह मामला सामने आया जब तेतुलिया मौजा में लगभग 100 एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जे और घोटाले की जानकारी मिली। जांच में यह भी पता चला कि कुछ अफसरों की मिलीभगत से इस जमीन को एक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को हस्तांतरित कर दिया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने सीआईडी को भी जांच का निर्देश दिया है। अब ईडी की जांच के बाद यह मामला और भी गंभीर होता जा रहा है। फिलहाल ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है और उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस घोटाले से जुड़े और बड़े खुलासे हो सकते हैं।