हजारीबाग। रामनवमी के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए हजारीबाग जिला प्रशासन पहले से ही पूरी तरह से मुस्तैद है। पिछले साल की घटनाओं से सबक लेते हुए प्रशासन ने हजारीबाग के शहरी इलाकों के साथ-साथ बरही से बड़कागांव तक निगरानी रखने का निर्णय लिया है। आज हजारीबाग में आखिरी मंगला जुलूस निकाला जा रहा है, और प्रशासन ने इसे लेकर सुरक्षा इंतजामों को और कड़ा कर दिया है।
पिछले जुलूस में माहौल बिगाड़ने की कोशिश
बीते मंगला जुलूस के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी। प्रशासन ने इस घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए जुलूस की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। खासकर संवेदनशील इलाकों में ड्रोन के माध्यम से छतों की तलाशी ली जा रही है, और यह प्रक्रिया रामनवमी तक लगातार जारी रहेगी।
15 ड्रोन से शहर में निगरानी
हजारीबाग शहर में सुरक्षा व्यवस्था की सख्ती को बढ़ाने के लिए 15 ड्रोन की मदद से पुलिस की निगरानी की जा रही है। यह निगरानी कई चरणों में की जा रही है। पहले चरण में शहर के विभिन्न इलाकों की छतों की तलाशी ली गई। इसके बाद भी छतों की लगातार निगरानी की जा रही है, ताकि लोग यह न सोचें कि ड्रोन की पहली उड़ान के बाद वे कुछ आपत्तिजनक सामान रख सकते हैं।
जुलूस के रास्तों की भी हो रही मॉनिटरिंग
रामनवमी जुलूस के मार्ग पर हर घर की छत की तलाशी ली जा रही है। एसपी अरविंद कुमार सिंह के मुताबिक, जुलूस के रास्ते में आने वाले संवेदनशील इलाकों जैसे जामा मस्जिद रोड, झंडा चौक, पेलावल, ग्वालटोली और इंद्रपुरी चौक की छतों की निगरानी की जा रही है। यदि किसी घर की छत पर ईंट-पत्थर या अन्य आपत्तिजनक सामग्री पाई जाती है, तो उसे हटाने की हिदायत दी जा रही है।
कड़ी चेतावनी, कार्रवाई की तैयारी
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि दूसरे चरण में किसी घर की छत पर पत्थर या ईंट पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, अगर किसी घर में आपत्तिजनक सामान जमा किया गया तो उसे तुरंत हटाने को कहा गया है, और चेतावनी का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने दी सख्त चेतावनी
एसपी अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि ड्रोन की मदद से जुलूस की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ड्रोन से निगरानी के दौरान यदि किसी भी घर की छत पर आपत्तिजनक सामग्री पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे आपसी प्रेम और सद्भावना के साथ त्योहार मनाएं, क्योंकि त्योहारों में द्वेष की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।हजारीबाग जिला प्रशासन का यह कदम न केवल सुरक्षा को सुनिश्चित करता है बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रशासन किसी भी तरह की अप्रिय घटना को होने से रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है।