साहिबगंज में दो मालगाड़ियों की सीधी टक्कर, दो लोको पायलट की मौत, चार जवान घायल

साहिबगंज। साहिबगंज जिले के बरहेट एमजीआर लाइन पर सोमवार देर रात भीषण ट्रेन हादसा हुआ, जिसमें दो मालगाड़ियों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। यह हादसा रात करीब तीन बजे हुआ, जिसमें दो लोको पायलट की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि सुरक्षा में तैनात CISF के चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है, वहीं दुर्घटना की वजह से रेलवे ट्रैक पर कोयला लदी बोगियां पलट गईं और एक ट्रेन में भीषण आग लग गई।
कैसे हुआ हादसा?
बताया जा रहा है कि हादसा उस समय हुआ जब एक मालगाड़ी पहले से पटरी पर खड़ी थी, तभी उसी ट्रैक पर दूसरी गुड्स ट्रेन आ गई और सीधे जाकर उससे टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि लोको पायलट की मौके पर ही मौत हो गई और ट्रेन के परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई।
मारे गए लोको पायलट और घायलों की पहचान
हादसे में जिन दो लोको पायलट की मौत हुई है, उनमें से एक अंबुज महतो बोकारो के रहने वाले थे, जबकि दूसरे लोको पायलट बीएस मॉल पश्चिम बंगाल के निवासी थे। वहीं, घायलों में असिस्टेंट लोको पायलट जितेंद्र कुमार भी शामिल हैं, जिनका इलाज बरहेट सदर अस्पताल में चल रहा है। घटना के बाद घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
हादसे के बाद ट्रेन में लगी आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर
टक्कर के बाद कोयला लदी मालगाड़ी में आग लग गई, जिससे आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन की बोगियां पलटने से कोयला चारों तरफ बिखर गया। आग को काबू में करने के लिए दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। राहत और बचाव दल ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम भी तेजी से किया।
ट्रेनों की टक्कर के पीछे लूप लाइन की गलती
हादसे में घायल असिस्टेंट लोको पायलट जितेंद्र कुमार ने बताया कि, "हमने करीब 40 किलोमीटर पहले बरहेट कंट्रोल रूम से संपर्क किया था, जहां से हमें बताया गया कि मेन लाइन चालू रहेगी। जब हम दुर्घटना स्थल से 34 किलोमीटर दूर थे, तब भी यही जानकारी दी गई। लेकिन जब हम मौके पर पहुंचे, तो देखा कि मेन लाइन बंद थी और लूप लाइन चालू थी, जिसमें पहले से एक ट्रेन खड़ी थी। इसी कारण टक्कर हो गई।"
एमजीआर लाइन पर हुआ हादसा, फरक्का जा रही थी ट्रेन
यह हादसा साहिबगंज जिले के बरहेट स्थित एमजीआर (Merry Go Round) लाइन पर हुआ। यह रेल मार्ग गोड्डा जिले के ललमटिया से पश्चिम बंगाल के फरक्का NTPC तक कोयला परिवहन के लिए उपयोग किया जाता है। यह मालगाड़ी भी ललमटिया से कोयला लेकर फरक्का जा रही थी, तभी यह भीषण हादसा हो गया।