हजारीबाग में NTPC DGM की हत्या से हड़कंप, SIT गठित, जंगलों में सर्च ऑपरेशन जारी

हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग में NTPC (नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन) के डीजीएम जान कुमार गौरव की हत्या के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। शनिवार को इस हत्याकांड को लेकर हजारीबाग से लेकर रांची तक पुलिस महकमे में गहमा-गहमी बनी रही। इस मामले में कटकमदाग थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है, और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है। अब तक की जांच में पता चला है कि डीजीएम को गोली मारने के बाद अपराधी बाइक से पूंदरी जंगल की ओर भाग गए थे। इस सुराग के आधार पर पुलिस ने फतहा, पूंदरी और आसपास के जंगलों में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हत्या के बाद राज्य भर में हड़कंप मच गया है, और बोकारो रेंज के आईजी एस माइकल राज हजारीबाग पहुंचे, जहां उन्होंने घटनास्थल, बानादाग साइडिंग और अन्य संदिग्ध ठिकानों पर जांच की।
SIT गठित, 6 संदिग्ध हिरासत में
हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने इस हत्याकांड की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। इस टीम का नेतृत्व बड़कागांव एसडीपीओ पवन कुमार कर रहे हैं। SIT में कटकमदाग थाना प्रभारी, केरेडारी थाना प्रभारी, बड़कागांव थाना प्रभारी और तकनीकी शाखा के कई पुलिस अधिकारी शामिल हैं। SIT गठन के तुरंत बाद पुलिस ने हजारीबाग और अन्य स्थानों से 6 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हालांकि, पुलिस ने अब तक उनके नाम और पते उजागर नहीं किए हैं।
NTPC और आउटसोर्सिंग कंपनियां बनीं अपराधियों के निशाने पर
NTPC और उसकी आउटसोर्सिंग कंपनियों के अधिकारियों पर हमले की यह चौथी बड़ी वारदात है। लेकिन NTPC के इतने बड़े अधिकारी की गोली मारकर हत्या करने का यह पहला मामला है। इससे पहले त्रिवेणी सैनिक कंपनी के जीएम एचआर और ऋत्विक कंपनी के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर की भी गोली मारकर हत्या की जा चुकी है।
हत्या से पहले नहीं मिली थी कोई धमकी
NTPC के अधिकारियों ने बताया कि जान कुमार गौरव को पहले किसी भी तरह की धमकी नहीं मिली थी, और ना ही उनका किसी से कोई विवाद था। अब पुलिस इस संभावना की भी जांच कर रही है कि क्या अपराधियों का टारगेट कोई और था और जान कुमार गौरव गलती से निशाने पर आ गए।