कोडरमा जिले के छतरबर गांव में यज्ञ के दौरान महिलाओं पर पत्थरबाजी, इलाके में तनाव

कोडरमा। कोडरमा जिले के छतरबर गांव में यज्ञ के लिए भिक्षा मांगने निकली महिलाओं पर कुछ असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की, जिसके बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया और इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस ड्रोन की मदद से पूरे इलाके की निगरानी कर रही है।
महिलाओं के सिर पर रखे कलश टूटे
जानकारी के अनुसार, चेचाई गांव की महिलाएं 9 से 17 अप्रैल तक चलने वाले महायज्ञ के लिए भिक्षा मांगने निकली थीं। इनमें से 11 महिलाएं सिर पर कलश रखकर चल रही थीं। जब यह महिलाएं छतरबर गांव से गुजर रही थीं, तभी दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने छत से पत्थर फेंक दिया, जिससे महिलाओं के सिर पर रखे कलश क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना के बाद महिलाओं ने तुरंत अपने गांव के लोगों को फोन से सूचना दी, और जैसे ही सूचना पहुंची, चेचाई के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। इस दौरान माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
पुलिस ने भीड़ को हटाया, ड्रोन से निगरानी जारी
घटना के बाद दोनों गांवों के लोग छतरबर के मुख्य चौक पर जमा हो गए, जिससे स्थिति और भी बिगड़ी। मौके पर कोडरमा पुलिस, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह और डीएसपी रतिभान सिंह पहुंचे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया और गांव में तलाशी अभियान शुरू किया। साथ ही, स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित करने के लिए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया और ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है।
7 गांव से मंगत (भिक्षा) मांगने की परंपरा
यह घटना तब घटी जब चेचाई गांव की महिलाएं अपने सिर पर टोकरी रखकर सात गांवों से मंगत (भिक्षा) मांगने निकली थीं। यह परंपरा 9 से 17 अप्रैल तक चलने वाले महायज्ञ के दौरान हर साल निभाई जाती है। घटना के बाद पुलिस ने गांव में ड्रोन के माध्यम से छतों की निगरानी की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं कोई आपत्तिजनक सामग्री या पत्थर आदि छतों पर न रखे गए हों।
एसडीपीओ ने की कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि इस घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि ड्रोन के माध्यम से पूरे गांव में निगरानी की जा रही है और जो भी लोग इस घटना में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसडीपीओ ने यह भी बताया कि दोनों समुदाय के लोगों को बैठाकर बातचीत की जाएगी ताकि स्थिति को शांत किया जा सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।